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Delhi News: बढ़ते बैंक खाते: आरबीआई के नए नियमों से जानिए, आपके कितने बैंक खाते हैं सुरक्षित?

Delhi News: Increasing bank accounts: Know how many of your bank accounts are safe from the new rules of RBI?

नई दिल्ली, 26 जुलाई 2024 आजकल ज्यादातर लोगों के पास एक से अधिक बैंक खाते होते हैं। यह अब सामान्य हो गया है, लेकिन भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में इस बारे में कुछ महत्वपूर्ण नियम जारी किए हैं। अगर आपके पास भी कई बैंक खाते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।

विभिन्न प्रकार के बैंक खाते

बैंक अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के खाते खोलने की सुविधा देते हैं। इनमें प्रमुख हैं:

 

1. बचत खाता (SAVING ACCOUNT)*: यह सबसे आम खाता है, जिसमें ब्याज भी मिलता है। और भारत में अधिकतर सामान्य वर्गीय लोग इसी खाते का प्रयोग करते हैं।

2. चालू खाता (CURRENT ACCOUNT)*: व्यापारियों के लिए उपयोगी होता है। चालू खाते में किसी भी प्रकार का कोई भी ब्याज नहीं मिलता यह सिर्फ व्यापार से जुड़े लोगों के लिए उपयोगी होता है जिनके ट्रांजेक्शन ज्यादा मूल्य के होते हैं।

3. वेतन खाता (SALARY ACCOUNT) नौकरीपेशा लोगों के लिए, जिसमें न्यूनतम बैलेंस की जरूरत नहीं होती। इसमें नौकरी करने वालों को जो वेतन मिलता है वह वेतन सैलरी अकाउंट में जाता है।

4. संयुक्त खाता (JOINT ACCOUNT) जिसे दो या अधिक लोग मिलकर खोल सकते हैं।

आरबीआई द्वारा दिए गए कुछ नए नियम

 

1. कानूनी अनुपालन : सभी खातों को कानूनी रूप से संचालित करना आवश्यक है।

2. जमा राशि का प्रबंधन : विभिन्न खातों में जमा राशि का सही तरीके से प्रबंधन करें।

3. केवाईसी नियमों का पालन  हर खाते के लिए केवाईसी (Know Your Customer) नियमों का पालन जरूरी है।

 

कई बैंक खातों के फायदे और नुकसान

 

फायदे:

 

1. विभिन्न उद्देश्यों के लिए अलग-अलग खाते*: बचत, निवेश, व्यवसाय आदि के लिए।

2. जोखिम का बंटवारा: सभी पैसे एक ही बैंक में नहीं रखने से जोखिम कम होता है।

3. विभिन्न बैंकों की सेवाओं का लाभ: अलग-अलग बैंकों की विशेष सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

नुकसान:

1. खातों का प्रबंधन करना मुश्किल: कई खातों को संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कई लोगों को जानकारी नहीं होती उनके किस की बैंक में अकाउंट है जिसके कारण कई बार खातों से हुई हानि का कोई पता नहीं चल सकता।

2. अधिक शुल्क: कई बैंकों में न्यूनतम बैलेंस और अन्य शुल्क भरने पड़ सकते हैं। जैसे कि एटीएम कार्ड शुल्क एसएमएस शुल्क आदि।

3. कर संबंधी जटिलताएं : कई खातों से आय का हिसाब रखना जटिल हो सकता है। जितने ज्यादा खाते रहते हैं उसकी पूरी जानकारी अपने पैन कार्ड के माध्यम से आयकर विभाग के पास पहुंच जाती है।

 

सावधानियां और सुझाव

 

1. नियमित निगरानी: सभी खातों की नियमित जांच करें।

2. न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें: हर खाते में आवश्यक न्यूनतम राशि बनाए रखें।

3. अनावश्यक खाते बंद करें: जो खाते जरूरी नहीं हैं, उन्हें बंद कर दें।

4. सुरक्षा: ऑनलाइन बैंकिंग के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।

5. अपडेट रहें : बैंकों के नियमों और शुल्क में बदलाव पर नज़र रखें।

आरबीआई के नए नियमों के अनुसार, भारतीय नागरिक अपनी जरूरत के अनुसार कितने भी बैंक खाते खोल सकते हैं। हालांकि, इन खातों का सही तरीके से प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। अपने वित्तीय लक्ष्यों और जरूरतों के अनुसार खातों की संख्या तय करें और उनका कुशल प्रबंधन करें। याद रखें, अधिक खाते होने का मतलब अधिक जिम्मेदारी भी है। सभी खातों की नियमित निगरानी करें और किसी भी अनियमितता या संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें। इस तरह, आप अपने वित्तीय जीवन को सुरक्षित और सुव्यवस्थित रख सकते हैं।

Sagar Karkare

My Name is Sagar Karkare. I am the Editor of This Web Site,

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