राजनीती

MLA Anubha Munjare: अनुभा मुंजारे अब कांग्रेस की महासचिव

MLA Anubha Munjare: गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में । वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले।।

MLA Anubha Munjare: स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में पार्षद का पहला चुनाव लड़ी अनुभा मुंजारे 10 साल तक बालाघाट में नगर पालिका की अध्यक्ष भी रही है, जनता की अभिव्यक्ति की आवाज बनकर उभरी अनुभा मुंजारे को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अब महासचिव के पद पर नियुक्त किया है, इसके बाद श्रीमती मुंजारे के अनुभव का लाभ कांग्रेस को निश्चित रूप से मिलेगा।

MLA Anubha Munjare: अनुभा मुंजारे अब कांग्रेस की महासचिव
MLA Anubha Munjare: अनुभा मुंजारे अब कांग्रेस की महासचिव

क्षेत्र में जनता की सेवा के लिए निरंतर संघर्ष करने वाली शिक्षित महिला जिसके राजनीतिक उद्देश्य जनता की सेवा है के रूप में पहचान बनाने वाली श्रीमती मुंजारे की कभी हार ना मानने वाली शैली के चलते ही पार्षद से शुरू हुआ राजनीतिक कैरियर अब कांग्रेस के प्रदेश महासचिव तक पहुंचा है

MLA Anubha Munjare: जन समर्थन में भाजपा पर भारी

MLA Anubha Munjare: गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में । वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले।।
MLA Anubha Munjare: गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में ।
वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले।।

शिक्षित संघर्षशील सबका साथ और कल्याण की भावना लिए राजनीति को सेवा का माध्यम मानने वाली मुंजारे पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा पर भारी पड़ी थी अब अपनी नेतृत्व शक्ति से प्रदेश संगठन में भी कांग्रेस को मजबूत बनाने का काम मुंजारे बेहतर तरीके से करने में सक्षम दिखाई पड़ती है जिस तरह से जीतू पटवारी ने टीम बनाई है ऐसे में महासचिवों की टीम में श्रीमती मुंजारे का अनुभव , अभिव्यक्ति टीम कांग्रेस के लिए फायदे का सौदा साबित होगा।

MLA Anubha Munjare: 10 साल रही नपा अध्यक्ष

MLA Anubha Munjare: 10 साल रही नपा अध्यक्ष
MLA Anubha Munjare: 10 साल रही नपा अध्यक्ष

अनुभा मुंजारे की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जनता ने उन्हें 10 साल तक नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में स्वीकार किया एक चुनाव में विधायक के रूप में उनकी अनौपचारिक घोषणा भी हुई बावजूद वे विधायक नहीं बन पाए, इसके बाद कांग्रेस ने मुंजारे पर विश्वास जताया तो अब विधायक बनकर जनता के लिए सहज, सुलभ और सेवाभावी छवि के रूप में श्रीमती मुंजारे की पहचान है।

गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में। वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले।

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Kartik Trivedi

Kartik Trivedi is the Editor in Chief of Yatharth Yoddha Digital Desk and He is also the youngest Publisher and Editor of Medhavi Samachar.

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