Indore Crackers Controversy: इंदौर में पटाखा विवाद के बाद हिंसा , 4 आरोपी हिरासत में, 8 की तलाश जारी
Indore Crackers Controversy: Violence after firecracker dispute in Indore, 4 accused detained, search for 8 continues
Indore Crackers Controversy: इंदौर के छत्रीपुरा क्षेत्र में दो बच्चियों के पटाखा फोड़ने को लेकर विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। शुक्रवार को दोपहर में शुरू हुए इस विवाद के बाद पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। घटना में 15 से अधिक वाहनों और कुछ धर्मस्थलों को नुकसान पहुंचा। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और अन्य आठ की तलाश जारी है। घटना ने शहर में तनाव का माहौल बना दिया, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने 6 थानों का फोर्स और रिजर्व बल बुलाया।

- यह भी पढ़े: Betul Crime News: बैतूल में आदतन अपराधी रोशन उर्फ रोशु पर रासुका के तहत कार्रवाई, अब पहुंचेगा केंद्रीय जेल
Indore Crackers Controversy: विवाद की शुरुआत और घटनाक्रम
घटना का प्रारंभ छत्रीपुरा थाने के पास स्थित रविदासपुरा इलाके में हुआ, जहाँ दो बच्चियां दोपहर में पटाखे फोड़ रही थीं। इस दौरान सामने रहने वाले सलमान और शानू ने बच्चियों को गालियां दीं, जिससे विवाद बढ़ गया। जब बच्चियों की माँ ने इस पर आपत्ति जताई, तो उनके साथ भी झगड़ा होने लगा। कुछ ही देर में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई। देखते ही देखते भीड़ ने 15 वाहनों और आसपास के कुछ धर्मस्थलों में तोड़फोड़ कर दी। इसके साथ ही एक ऑटो रिक्शा और एक कार में भी आग लगा दी गई।

Indore Crackers Controversy: पुलिस की त्वरित कार्रवाई और इलाके में फोर्स तैनात
विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को खदेड़ा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 6 थानों का फोर्स बुलाया गया। पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक दो एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 12 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि इस हिंसा में शामिल सभी असामाजिक तत्वों की पहचान की जा सके।
Indore Crackers Controversy: हिंदू संगठनों का प्रदर्शन और सख्त कार्रवाई की मांग
घटना के बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने छत्रीपुरा थाने पर प्रदर्शन किया। वे आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। शिकायत के आधार पर सलमान, शानू और अयान के खिलाफ छेड़छाड़, मारपीट और धमकाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। इस घटना में एक पक्ष के पाँच और दूसरे पक्ष की ओर से चार लोग घायल हुए हैं।

हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ विधायक मालिनी गौड़ के बेटे और हिंदू रक्षक संगठन के राष्ट्रीय संयोजक एकलव्य गौड़ भी थाने पहुंचे और दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पुलिस से इस मामले में निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया।
Indore Crackers Controversy: स्थानीय महिलाओं के बयान और उनके साथ हुई मारपीट
विवाद के दौरान कई महिलाओं के साथ भी मारपीट की घटना सामने आई। एक गर्भवती महिला ने आरोप लगाया कि उसने सलमान और शानू से बात करने की कोशिश की, लेकिन इसके जवाब में उसे धक्का दिया गया। पीड़ित महिला ने कहा कि जब पास के रहने वाले तरुण अग्रवाल ने उसका बचाव करने की कोशिश की, तो उन पर पत्थरबाजी की गई, जिससे उनके कंधे और कान में चोट आई।
वहीं दूसरी ओर, दूसरे पक्ष की रशीदा ने बताया कि दिवाली की रात उनके घर में आग लगाई गई थी, लेकिन उन्होंने स्थिति को संभाल लिया था। अगले दिन फिर से पटाखे उनके घर की ओर फेंके गए, जिससे उनकी आपत्ति पर विवाद शुरू हुआ। रशीदा ने कहा कि उन्होंने लड़ाई नहीं चाही, लेकिन 40-50 लोगों की भीड़ ने उनके परिवार पर हमला किया। इस दौरान तलवार और बल्ली से हमला किया गया, जिसमें वे और उनकी दो अन्य महिला रिश्तेदार घायल हो गईं।
Indore Crackers Controversy: मुख्यमंत्री का बयान, किसी को पटाखे जलाने से नहीं रोका जा सकता
घटना को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है और किसी को भी पटाखे जलाने से रोकना अनुचित है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है, और यदि कोई इस तरह का प्रयास करता है, तो सरकार उसे बर्दाश्त नहीं करेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे उपद्रवी तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
Indore Crackers Controversy: इलाके में शांति बहाल, पुलिस ने सख्त निगरानी का आश्वासन दिया
पुलिस ने अनुसार , घटना के बाद इलाके में शांति कायम है और पुलिस पूरी तरह से स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की गलती का आकलन किया जा रहा है और फुटेज के आधार पर सभी उपद्रवियों की पहचान की जाएगी। घटना में मामूली रूप से घायल हुए लोगों को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है।
इस घटना ने इंदौर के शांतिपूर्ण माहौल को क्षणिक रूप से प्रभावित किया है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को सख्त सजा मिलेगी और क्षेत्र में पुनः शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द बहाल करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
_________________________________________
इसी प्रकार की जानकारी और समाचार पाना चाहते हैं तो,हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए “कृपया यहां क्लिक” करे।
साथ ही हमारे इंस्टाग्राम के जुड़ने के लिए यहां “क्लिक करें“